Description
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
दुःख की सर्वथा निवृति (मोक्ष) कैसे हो – इसी का उपाय या मार्ग बताना दर्शंशाश्त्र का लक्ष्य है| प्रकृत वैशेषिक दर्शन में उन पदार्थों का विवेचन है जिनके मध्य हमारा जीवन पनपता और फलता – फूलता है| वैशेषिक दर्शन उस समस्त अर्थ – तत्व को छह वर्गों में विभाजित करके उन्ही का मुख्य रूप से प्रतिपादन करता है|
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
Reviews
There are no reviews yet.