पुस्तक परिचयः पातञ्जल योगदर्शन (व्यासभाष्य एवं भोजवृत्ति सहित) – व्याख्याकारः- सतीश आर्य पातञ्जल योगदर्शन विशेषताएँ – व्यासभाष्य और भोजवृत्ति का पदार्थ। -व्यासभाष्य और भोजवृत्ति पर उपलब्ध पाठभेदों का टिप्पणी में संकलन। – सूत्रों पर महर्षि दयानन्द सरस्वती के विभिन्न ग्रन्थों में उपलब्ध अर्थों/विचारों का, सूत्रों के साथ प्रस्तुतिकरण। 103 सूत्रों पर ऋषि दयानन्द के ग्रन्थों तथा ऋषिकृत वेदभाष्य से प्रमाण। – सूत्रों पर “महर्षि व्यास” के मन्तव्य तथा व्यासभाष्य की अन्तःसाक्षी के अनुकूल “वैदिक योग मीमांसा” नामक आर्य-हिन्दी भाषा में व्याख्या। (144 सूत्रों की व्याख्या में योगसूत्रों तथा व्यासभाष्य की अन्तःसाक्षी अथवा सन्दर्भ।) “वैदिक योग मीमांसा” में आवश्यक स्थलों में, सूत्रों में व्याख्यात विषयों का, वेद तथा वेदानुकूल ग्रन्थों के प्रमाणों द्वारा प्रतिपादन। 107 सूत्रों पर लगभग 500 प्रमाण प्रस्तुत। विभूतिपाद की विभिन्न विभूतियों का व्यासभाष्य के आधार पर, वेद तथा वेदानुकूल ग्रन्थों में उपलब्ध प्रमाणों के अनुकूल व्याख्या एवं स्पष्टीकरण।
Vedbhushan –
Dhanybad